सिद्धांत वारिधि आचार्य प्रवर श्री शिव सागरजी म. सा.
पूर्व का नाम | श्री हीरालाल जी रांवका |
पिता का नाम | श्री नेमीचन्द जी रांवका |
माता का नाम | श्रीमती दगड़ाबाई जी |
जन्म दिनांक | सन् 1901, वि. सं. 1958 |
स्थान | अड़गांव, औरांगाबाद, महाराष्ट्र |
लौकिक शिक्षा | तीसरी कक्षा |
ब्रह्मचर्यव्रत | वि.सं. 1986 में आ.श्री शांतिसागर जी से दूसरी प्रतिमा के व्रत लिए, वि. सं. 1999 में सिद्धक्षेत्र मुतागिरी जी में सातवीं प्रतिमा ली |
क्षुल्लक दीक्षा | वि. सं. 2000, श्री दिग. जैन सिद्धक्षेत्र सिद्धवरकूट जी जिला-खरगोन, मध्य प्रदेश |
ऐलक दीक्षा | नहीं हुई |
मुनि दीक्षा | 6 जुलाई 1949, आषाढ़ शुक्ल 11, वि. सं. 2006 नागौर, राजस्थान |
दीक्षा गुरू | आचार्य श्री वीरसागरजी महाराज |
आचार्य पद | 3 नवम्बर 1957, रविवार, कार्तिक शुक्ल 11 वि. सं. 2014, श्री दिग. जैन अतिशय क्षेत्र चूलगिरि खानिया जी, जयपुर, राजस्थान |
समाधि | 16 फरवरी 1969, रविवार, फाल्गुन कृष्ण अमावस्या वि. सं. 2025, श्री दिग. जैन अतिशय क्षेत्र महावीर जी जिला सवाईमाधोपुर, राजस्थान |
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